ज्योतिरादित्य सिंधिया
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के टिकटों को लेकर बीजेपी में बवाल दूसरे दिन भी जारी रहा। रविवार को केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरा गया। टिकट के दावेदार के समर्थक सिंधिया की कार के आगे लेट गए। विरोध जताने पहुंचे लोगों ने ‘न्याय दो-न्याय दो’ के नारे लगाये।
मध्य प्रदेश में भाजपा के 94 प्रत्याशियों की 5वीं सूची शनिवार को आयी है। राज्य की कुल 230 विधानसभा सीटों में भाजपा ने चार खेपों में 134 प्रत्याशी पहले घोषित किए थे। पांचवीं सूची के बाद गुना और विदिशा में उसे अपने उम्मीदवारों का ऐलान करना है। दोनों सीटों को पार्टी ने होल्ड पर रखा है। पाँचवीं सूची के बाद से टिकट के दावेदार राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बवाल काट रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के प्रभारी भूपेन्द्र यादव शनिवार शाम टिकट के दावेदार और उनके समर्थकों के ग़ुस्से का शिकार हुए थे।
भूपेन्द्र यादव चुनाव से जुड़ी बैठक के लिए शनिवार को जबलपुर पहुंचे थे। भाजपा के संगठन मंत्री हितानंद शर्मा सहित अन्य नेता भी साथ थे। भनक लगते ही असंतुष्ट जबलपुर पार्टी दफ्तर में धमक गए थे। चलती बैठक में घुस जाने पर हंगामा खड़ा हो गया था। टिकट कटने से ग़ुस्साये नेता और उनके समर्थकों की पार्टी नेताओं से जमकर हुज्जत हुई थी। मामला हाथापाई तक पहुँच गया था। हुज्जतबाजी में भूपेन्द्र यादव धक्का-मुक्की के शिकार हुए थे। बामुश्किल बॉडीगार्डों ने अप्रत्याशित घटना को टाला था।
घटना टल गई थी, लेकिन गुस्साये कार्यकर्ता यादव के गनमैन पर हाथ साफ़ करने में सफल हो गये थे। गनमैन ने पिस्टल निकालने का प्रयास किया था, लेकिन वह सफल नहीं हो पाया था। पूरा विवाद जबलपुर में प्रभात पांडे नामक भाजपा नेता का टिकट जहां से वे मांग रहे थे, न देकर पड़ोस की विधानसभा से दे देने की वजह से हुआ था। पार्टी ने वीडियो फुटेज रविवार को देखे हैं। संकेत हैं कि चिन्हित हुए पार्टी के नेता-कार्यकर्ताओं को 6 सालों के लिए निष्कासन के आदेश आज देर शाम अथवा कल जारी कर दिए जायेंगे।
शनिवार के बवाल के बाद दूसरा बड़ा हंगामा रविवार को ग्वालियर में हुआ। ग्वालियर में मुन्ना लाल गोयल का टिकट कटने से भन्नाये उनके समर्थकों ने जयविलास पैलेस का घेराव किया। जमकर नारेबाजी की।
मुन्ना लाल गोयल ग्वालियर पूर्व से टिकट के दावेदार थे। उनका नाम सर्वे में सबसे ऊपर बताया गया था। सूची आयी तो इस सीट से 73 से ज़्यादा उम्र की नेता माया सिंह को टिकट से नवाज दिया गया, जिन्हें भाजपा ने डेढ़ बरस पहले ग्वालियर मेयर के चुनाव में उम्र ज्यादा होने की दलील देते हुए टिकट नहीं दिया था।