अमेरिका के साथ नहीं होगी सीधी बात, ईरान ने प्रस्ताव से जुड़ी रिपोर्ट को किया खारिज
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ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघई ने हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें यह कहा गया था कि तेहरान ने वाशिंगटन के साथ सीधे परमाणु वार्ता का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने बुधवार को ईरान के प्रेस टीवी से बात करते हुए इजरायली न्यूज वेबसाइट वाईनेट की एक रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें दावा किया गया था कि ईरानी विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची ने अमेरिकी मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ से संपर्क किया था। साथ ही उन्होंने ओमानी मध्यस्थता से निराशा के कारण सीधे परमाणु वार्ता का अनुरोध किया था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बाघई ने इस बात से भी इनकार किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले सप्ताह सऊदी अरब की अपनी आगामी यात्रा के दौरान ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान से मिल सकते हैं।
प्रवक्ता ने मीडिया रिपोर्ट और अफवाहों को "मनगढ़ंत और बेबुनियाद" बताया। साथ ही कहा कि ईरान की कूटनीतिक गतिविधियों, जिसमें अमेरिका के साथ अप्रत्यक्ष वार्ता शामिल है, उसकी सारी जानकारी विदेश मंत्रालय पारदर्शी, पेशेवर और समय पर तरीके से साझा करता है।
ईरान और अमेरिका के प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व अराघची और विटकॉफ कर रहे हैं, उन्होंने अब तक तीन दौर की अप्रत्यक्ष वार्ता की है। पहले और तीसरे दौर की वार्ता ओमान की राजधानी मस्कट में 12 और 26 अप्रैल को हुई, जबकि दूसरा दौर 19 अप्रैल को रोम में हुआ। चौथा दौर 3 मई को रोम में होने वाला था, लेकिन ओमान के मध्यस्थ ने लॉजिस्टिक कारणों से स्थगित कर दिया।
ईरान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद से जुड़े नूर न्यूज ने मंगलवार को बताया कि ईरान और अमेरिका के बीच चौथे दौर की अप्रत्यक्ष वार्ता रविवार को मस्कट में होगी।
हालांकि, बुधवार को बाघई ने कहा कि ईरान-अमेरिका वार्ता के चौथे दौर की निश्चित तारीख और स्थान अभी तय नहीं हुआ है।
अमेरिका और ईरान दोनों ने अब तक अपनी वार्ताओं को सामान्य रूप से उपयोगी बताया है, जिसमें पिछला दौर भी शामिल है।
यह घोषणा तब की गई है, जब अमेरिका ने ईरानी तेल और पेट्रोकेमिकल्स के कथित अवैध व्यापार में शामिल संस्थाओं पर नए प्रतिबंध लगाए हैं।