प्रतीकात्मक फोटो
महाराष्ट्र की एनसीपी के दोनों गुटों ने अब दावा किया है कि उनके बीच या पार्टी के अंदर कोई फूट नहीं है। शरद पवार और अजित पवार गुट के इस दावे ने राजनीतिक विश्लेषकों को चौंकाने का काम किया है।
यह दावा ऐसे समय में सामने आया है जब एनसीपी के दोनों ही धरों के बीच नाम और सिंबल को लेकर विवाद चल रहा है। शरद पवार गुट के एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने मंगलवार को कहा है कि चुनाव आयोग की तरफ से हमारे केस को विवाद की तरह देखना गलत है।
पिछले दिनों चुनाव आयोग ने माना था कि एनसीपी में अब दो गुट हैं और पार्टी के भीतर फूट हो चुकी है। इसके बाद एनसीपी के दोनों गुटों की प्रतिक्रिया आई है। जयंत पाटिल ने आयोग पर शरद पवार गुट को समय ना देने का भी आरोप लगाया। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, महाराष्ट्र कैबिनेट में मंत्री और अजीत गुट के सीनियर नेता छगन भुजबल ने जयंत पाटिल के बयान पर कहा कि यह सही बात है। हम भी तो कहते हैं कि हमारी पार्टी में कोई फूट नहीं है।
एनसीपी अजीत गुट के नेता छगन भुजबल ने दावा किया है कि उनकी पार्टी में कुछ बदलाव हुए हैं, जैसे कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का बदलाव। उन्होंने साफ कहा कि अब अजित पवार पार्टी के अध्यक्ष हैं और हमने चुनाव आयोग को इस बारे में सूचित कर दिया है।
चुनाव आयोग मान चुका है कि फूट पड़ी है
लंबी प्रक्रिया के बाद पिछले दिनों चुनाव आयोग ने माना है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी या एनसीपी में फूट पड़ चुकी है। चुनाव आयोग ने दोनों गुटों को 6 अक्टूबर को सुनवाई को लिए बुलाया है। पार्टी में हुए विभाजन या विवाद को स्वीकार करने से पहले आयोग ने एनसीपी के दोनों ही गुटों को पार्टी की विधायी और संगठनात्मक विंग में समर्थन दिखाने के लिए सबूत पेश करने का समय दिया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक यह स्वीकार करते हुए कि पार्टी में विभाजन हो गया है, चुनाव आयोग ने गुरुवार को एनसीपी के संस्थापक शरद पवार और उनके भतीजे के नेतृत्व वाले दो गुटों के बीच विवाद में पहली सुनवाई की तारीख 6 अक्टूबर तय की है।
गुरुवार को दोनों पक्षों को पत्र लिखकर कहा गया है कि मामले पर विचार करने के बाद, चुनाव आयोग ने निष्कर्ष निकाला है कि एनसीपी में अब दो प्रतिद्वंद्वी समूह हैं। एक का नेतृत्व शरद पवार और दूसरे का नेतृत्व महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि अब किस गुट को पार्टी का निशान, नाम और अन्य अधिकार मिलेंगे इसका निर्णय भी अब जल्द ही हो जाएगा। इसको लेकर लंबे समय से तरह- तरह के कयास लगाए जाते रहे हैं।
शरद पवार गुट अब भी शरद पवार को ही एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष मानता है और उन्हें ही अपना नेता कहता है। जबकि अजीत पवार का गुट मानता है कि अब उनके नेता अजीत पवार ही हैं और अब एनसीपी पर उनका ही दावा मजबूत है।