Tuesday, September 17, 2024

न्यूज़ अलर्ट
1) नए कीर्तिमान बना रहे है अंशुमान सिंह राजपूत .... 2) 21 फरवरी 2025 को रिलीज होगी अजय देवगन की फिल्म ‘रेड 2’.... 3) रामोजी फिल्म सिटी में शुरू हुआ फिल्म स्टार वरुण तेज की फिल्म मटका का अंतिम शेड्यूल.... 4) 6 साल तक नहीं गया ऑफिस फिर भी मिला बेस्ट अवार्ड.... 5) 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को मिलेगा ‘आयुष्मान योजना’ का लाभ.... 6) 'आरक्षण को 50 फीसदी से आगे ले जाएंगे', विवाद के बाद राहुल गांधी ने अपने बयान पर दी सफाई.... 7) राहुल गांधी जब आरक्षण पर भाजपा को घेरते हैं, तो मायावती को होता है सबसे ज्यादा दर्द : उदित राज....
फिल्म समीक्षा: "ऐसा पति मुझे दे भगवान"
Sunday, August 25, 2024 2:55:10 PM - By News Desk

poster
B4U भोजपुरी पर 24 और 25 अगस्त को ,"ऐसा पति मुझे दे भगवान" का वर्ल्ड प्रीमियर हुआ.
निर्माता अविनाश रोहरा और संदीप सिंह की ये फिल्म शूटिंग के समय ही चर्चे में आ गई थी, वजह थी, अक्षरा सिंह और अंशुमान सिंह राजपूत की जोड़ी। अंशुमान टीवी फिल्मों के लकी चार्म माने जाते है और अक्षरा पहली बार टीवी के लिए फिल्म कर रही थी,जिसकी वजह से उनके फैन में इस फिल्म को लेकर काफी उत्सुकता थी।
अरविंद तिवारी की लिखी इस फिल्म की कहानी भोजपुरी की आज कल की फिल्मों से बिल्कुल अलग है,और कई हिंदी फिल्मों का मिक्सचर, लेकिन स्क्रीनप्ले में नयापन था, जिसकी वजह से ये फिल्म बाकी फिल्मों से अलग बन गई।
फिल्म की जान है, अक्षरा सिंह। पूरी फिल्म को उसने अपने कंधे पर उठा लिया और कामयाब भी हुई,अगर फिल्म के नायक अंशुमान सिंह राजपूत की बात की जाए तो ये कहा जा सकता है, कि अंशुमान के कैरियर की ये सबसे बेहतरीन फिल्म है। जिसमे उसे अपनी अभिनय प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है, उसने बेहतरीन इमोशनल सीन किए है और कामेडी की टाइमिंग की पकड़ को साबित किया है.
फिल्म में अंशुमान और अक्षरा की रोमांटिक केमेस्ट्री बेहतरीन तरह से फिल्माया गया है, फिल्म की कास्टिंग जिसने भी किया है,वो सराहनीय है, अयाज़ खान अमित शुक्ला , विद्या सिंह प्रेम दुबे , ज्योति मिश्रा और पल्लवी कोहली ने बेहतरीन अभिनय किया है।
निर्देशक इश्तियाक अली बंटी,वैसे तो दर्जनों फिल्मों का निर्देशन कर चुके है, परंतु ये फिल्म उनकी सारी फिल्मों से अलग है, डी के शर्मा ने बेहतरीन काम किया है, सपाट लाइटिंग के बावजूद परदे पर कैमरे का जादू नजर आता है।
साजन मिश्रा का संगीत ठीक ठाक कहा जा सकता है लेकिन टाइटल सांग अपनी छाप छोड़ जाता है, प्रियंका सिंह एक बार फिर अपने आवाज का जादू बिखेरने में कामयाब हुई है, कानू मुखर्जी और सोनू प्रीतम के नृत्य निर्देशन को अब नए स्टेप्स की जरूरत महसूस होती है।
निर्माताओं ने प्रोडक्शन वैल्यू कायम रखा है,ये सराहनीय कदम है।
फिल्म में दर्शकों को लुभाने का पूरा मसाला है, जो टीवी दर्शको को चाहिए होता है,कहीं कहीं कुछ सीन आंखो को नम भी करते है। घायल पति को ठेले पर खींच कर ले जाने वाला सीन मार्मिक है,लेकिन यहां क्लोजप शॉट्स और लिए होते तो सीन यादगार बन सकता था,शायद फिल्म एडिटर से चूक हो गई।
कुल मिला कर एक बेहतरीन फिल्म बनाई गई है,जो भी दर्शक इस फिल्म को देखेंगे। वो दशकों तक फिल्म को भूल नहीं पाएंगे।