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“२ साल बाद महाराष्ट्र में मनाया गया गुड़ी पड़वा धूम-धाम से निकाली गई शोभायात्रा”/ पायल शुक्ला
Saturday, April 2, 2022 - 2:09:51 PM - By पायल शुक्ला

“२ साल बाद महाराष्ट्र में मनाया गया गुड़ी पड़वा धूम-धाम से निकाली गई शोभायात्रा”/ पायल शुक्ला
गुड़ीपड़वा के अवसर पर महाराष्ट्र के कई शहरों में निकाली गई शोभायात्रा।
महाराष्ट्र सरकार ने तकरीबन २ साल बाद आज से कोविड प्रोटोकॉल के सभी नियम समाप्त कर दिए हैं, जिसके बाद धूम धाम से गुड़ीपड़वा का त्योहार मनाया जा रहा है। गुड़ी पड़वा को पच्चड़ी, उगादी और संवत्सर पड़वों के नाम से भी जाना जाता है। आज जश्न का माहौल पूरे महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र के नागपुर में गुड़ी पड़वा को धूमधाम से मनाया गया और इस दौरान डांस पर फॉर्मेंस देते नजर आए। इस दौरान कलाकार तैयार होकर ढोल बजाकर उत्सव मनाते दिखे।
मुंबई, पुणे और नागपुर समेत कई शहरों में शोभायात्रा और बाइक रैली निकाली गई। महिलाओं ने मराठी परिधान में सज सवरकर गुड़ी पड़वा को नए अंदाज में सेलिब्रेट किया। गुड़ी पड़वा को नववर्ष के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग सूर्य को अर्घ्य देते हैं। लोग नीम की कोमल पत्तियों, काली मिर्च, अजवायन, जीरा आदि से बने एक विशेष व्यंजन का सेवन करते हैं। इस दिन बांस में नई साड़ी पहनाकर उस पर तांबे या पीतल के लोटे को रखकर गुड़ी बनाई जाती है और उसकी पूजा की जाती है।
देशभर के कई हिस्सों में गुड़ी पड़वा पर्व का विशेष महत्व है। इस पर्व को लेकर मान्यता है कि इस दिन भगवान ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी और इसी दिन से सतयुग का आरंभ हुआ था। मान्यता है कि इस दिन घर के बाहर आम के पत्तों का तोरण लगाना शुभ होता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा और भगवान राम की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है।