'पुष्पक'
अर्देशिर ईरानी की हिंदुस्तानी फिल्म 'आलम आरा' भारतीय सिनेमा में एक बड़ा मोड़ थी। यह बोलती फिल्म के रूप में पहली भारतीय फिल्म थी, जिससे भविष्य में और अधिक टॉकी फिल्में बनाने का रास्ता सामने आया। हालांकि मूक फिल्में इसके बाद भी बन ही रही थीं, लेकिन उनकी संख्या तेजी से घट रही थी, जब तक कि उन्हें मुख्यधारा के दर्शकों के लिए पूरी तरह से बनाना बंद नहीं कर दिया गया। लेकिन यह 1987 में जब 'माइकल मदाना', 'कामा राजन' और 'मैगलिर मैटम' जैसी फिल्मों के प्रमुख निर्देशक सिंगेतम श्रीनिवास राव ने फिर से बिना संवाद वाली फिल्म बनाने का फैसला किया। फिल्म में कलाकारों की टोली थी जिसमें कमल हासन, अमला अक्किनेनी, प्रताप पोथेन, टीनू आनंद और समीर खाखर जैसे नाम थे और इसे दो नामों से रिलीज़ किया गया था, 'पुष्पक' और 'पेसुम पदम'।
कमल हासन ने किया बड़ा ऐलान
कमल हासन के प्रोडक्शन हाउस, राज कमल फिल्म्स इंटरनेशनल ने सोशल मीडिया पर घोषणा की है कि 1987 की फिल्म जल्द ही सिनेमाघरों में फिर से रिलीज होगी। प्रोडक्शन हाउस की पोस्ट में कहा गया, "मूक ब्लैक कॉमेडी में अग्रणी और भारतीय सिनेमा की एक प्रतिष्ठित कृति #पुष्पक #पेसुम्पदम, जल्द ही सिनेमाघरों में फिर से रिलीज होगी।"
ये फिल्म भी हो चुकी है रिलीज
इस साल की शुरुआत में, गौतम वासुदेव मेनन द्वारा निर्देशित कमल हासन की 2006 की एक्शन-थ्रिलर फिल्म, 'वेट्टैयाडु विलैयाडु' को भी फिर से रिलीज़ किया गया था। फिल्म की दोबारा रिलीज को भी जनता से बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।