कहते हैं कि जब कुछ करने की तमन्ना हो तो रास्ते आसान हो जाते हैं , बाधाएं दूर हो जाती हैं । ऐसा ही कुछ घटित हुआ है महाराष्ट्र में वाशिम जिले के कारखेड़ा गांव में जहां गजानन पकमोड़े और उनकी पत्नी ने वो कर दिखाया है जो कई लोगों को असंभव लग सकता है । मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले गजानन पाकमोड़े ने अपने घर में ही कुंआ खोद डाला । वो बताते हैं कि लॉकडाउन के कारण काम पर नहीं जा सकते इसलिए घर में बैठे-बैठे कहीं आलसी न बन जाएं, यह सोचकर गजानन और उनकी पत्नी ने घर के आंगन में कुआं खोदने की योजने बनाई । इसके बाद दोनों पति-पत्नी कुएं की खुदाई में लग गए,जब ये खबर गांव में उनके दोस्तों और नजदीकी लोगों को पता चली तो उनका मजाक उड़ाया । उसके बावजूद उन लोगों ने अपना काम जारी रखा, फलस्वरूप उनकी मेहनत रंग लाई और 21 दिनों में 25 फुट खुदाई करने के बाद कुएं में पानी निकल आया । इस वाकये पर गजानन पकमोड़े ने कहा कि कल तक जो गांववाले उनका मजाक उड़ा रहे थे, वही आज उनकी प्रशंसा कर रहे हैं । उन्होंने कहा, कोरोना है इसलिए बाहर नहीं जा सकते इसलिए हमने विचार किया कि कुआं खोदते हैं, पत्नी ने पूजा-अर्चना की, हम दोनों ने कुएं की खुदाई शुरू कर दी. 21 दिन लगे हमें कुआं खोदने में और उसमें पानी आ गया, गांव में नल से जल योजना बंद है ऐसे में यह कुंआ बहुत मददगार साबित होगा ।