बेंगलुरु , गुरुवार को बेंगलुरु में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में आयोजित AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की रैली में मंच पर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाने वाली अमूल्या मूल तौर पर कर्नाटक चिकमंगलुरु के कोप्पा की रहने वाली है। देशविरोधी नारेबाजी के बाद एक तरफ जहां हंगामा मचा हुआ है, वहीं अब जो बात सामने आई है वो आपको हैरान कर देगी क्योंकि अमूल्या के पिता को इन सबसे कोई हैरानी नहीं है। अमूल्या के पिता ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में अमूल्या के बारे में कई ऐसी बातें बताई जो चौंकाने वाली हैं।
अमूल्या अभी पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही है। गुरुवार को पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के समर्थन में नारा लगाने वाली अमूल्या के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने अमूल्या को जमानत देने से इंकार करते हुए, उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया ।
नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण जब से शुरू हुआ है 19 वर्षीया अमूल्या लियोना नोरोन्हा उग्र हो गई है। चिकमंगलुरू अभी बेंगलुरु में NMKRV कॉलेज से अमूल्या पढ़ाई कर रही है। इससे पहले वह बेंगलोर रिकॉर्डिंग कंपनी में ट्रांसलेटर के तौर पर काम करती थी। सदविद्या कंपोजिट प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज से उसने अपनी पढ़ाई पूरी की और मनिपाल के क्राइस्ट स्कूल व संत नार्बर्ट सीबीएसई से स्कूली शिक्षा ली है।
गिरफ्तार अमूल्या के पिता ने भी इस मामले से खुद को किनारा कर लिया। उन्होंने अमूल्या की गिरफ्तारी पर कोई हैरानी या दुख नहीं जताया। उन्होंने कहा कि अमूल्या कुछ मुस्लिमों के संपर्क में है और इसके लिए उन्होंने उसे पहले ही सतर्क करने की कोशिश की थी लेकिन वह उनकी नहीं सुनती। पिता ने कहा, ‘अमूल्या को फोन कर बुलाया था, क्योंकि मेरी तबियत ठीक नहीं थी। लेकिन उसने कहा कि वह नहीं आ सकती और मैं खुद अपना ख्याल रखूं।’
गुरुवार को हंगामा होने के बाद वायरल हुई अमूल्या बेंगलुरु में असदुद्दीन ओवैसी के मंच पर बोलने के लिए आमंत्रित की गई थी। इसी दौरान अमूल्या ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगवाना शुरू कर दिया। जिसके बाद उसे देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
अब इस मामले पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा है कि उस लड़की के संबंध नक्सलवादियों से थे । इसलिए उसे माफ नहीं किया जा सकता । उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।