नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार ने बुजुर्गों को बड़ा तोहफा दिया है। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया है कि 70 साल से ऊपर के सभी बुजुर्गों को 'आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' का लाभ दिया जाएगा। सरकार के इस निर्णय की हेल्थ विशेषज्ञों ने सराहना की है।
विशेषज्ञों ने गुरुवार को सरकार के फैसले को स्वागत योग्य कदम बताया। नेट हेल्थ के अध्यक्ष अभय सोई ने कहा, "हम देश में बुजुर्गों की देखभाल के तरीके में ऐतिहासिक बदलाव देख रहे हैं। बुजुर्गों पर बीमारियों का बहुत अधिक दबाव है और उन्हें सामाजिक सुरक्षा की तत्काल जरूरत है। इस फैसले से स्वास्थ्य सेवा में भारत की स्थिति और भी मजबूत होगी।"
सोई ने कहा, "इस पैकेज को जनसंख्या के अनुरूप बनाए जाने की जरूरत है ताकि इसमें पूरी देखभाल को भी शामिल किए जा सके। नेट हेल्थ इसे शुरू करने में सरकार का समर्थन करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।"
हैदराबाद के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के डॉ. सुधीर कुमार ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए केंद्र सरकार के फैसले की तारीफ की। उन्होंने लिखा, "भारत सरकार द्वारा 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लोगों को स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करने के लिए उठाया गया यह एक बेहतरीन कदम है। 60 से 70 वर्ष की उम्र के लगभग 9 करोड़ लोग हैं। उम्मीद है कि 2029 से पहले उन्हें इस योजना में शामिल किया जा सकेगा और 2034 तक हर भारतीय नागरिक को स्वास्थ्य कवरेज प्रदान किया जाएगा।"
मोदी कैबिनेट के फैसले के अनुसार, 70 साल से ऊपर के सभी बुजुर्गों को 'आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' का लाभ दिया जाएगा।
70 साल और इससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना का लाभ मिलेगा। यानि अब केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए आयु सीमा को खत्म कर दिया है और 70 प्लस के हर बुजुर्गों को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख तक की स्वास्थ्य सुविधा देने का फैसला किया है। इसमें उम्र की कोई पाबंदी नहीं रहेगी यानि 70 साल और उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिक, चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कुछ भी हो, वह भी इस योजना के पात्र होंगे।