भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार की सुबह जापान की राजधानी टोक्यो पहुंचे। बात दें कि मोदी यहां क्वॉड समिट में हिस्सा लेने आए हैं। मोदी के जापान पहुंचते ही भारतीय समुदाय ने उनका जोरदार स्वागत किया और जय श्री राम के नारे लगाए। साथ ही भारतीयों ने कहा- जो काशी को सजाए हैं, वो टोक्यो आए हैं।
इसके बाद, पीएम मोदी इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क ( आईपीईएफ) इवेंट में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा- भारत एक समावेशी इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क के लिए काम करेगा। मोदी ने कहा कि भरोसा, पारदर्शिता, समयबद्धता बनी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा- इंडो-पैसिफिक क्षेत्र मैन्युफैक्चरिंग, आर्थिक गतिविधि और निवेश का केंद्र है। भारत इसका सदियों से प्रमुख केंद्र रहा है। उन्होंने कहा भारत के लोथल (गुजरात) में सबसे प्राचीन कमर्शियल पोर्ट था। इसलिए ये आवश्यक है कि हम आर्थिक क्षेत्र की चुनौतियों के लिए साझा समाधान खोजें।
वहीं, जापानी पीएम ने कहा- जापान, अमेरिका और अन्य भागीदारों के सहयोग से भारत-प्रशांत क्षेत्र की स्थिर में योगदान देता रहा है। पीएम मोदी जापानी पीएम फुमियो किशिदा के बुलावे पर जापान पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि इस साल मार्च में किशिदा भारत-जापान ऐनुअल समिट में हिस्सा लेने भारत आए थे। टोक्यो दौरे पर भारत-जापान के बीच स्ट्रैटेजिक और ग्लोबल पार्टनरशिप पर बात होगी। खबर हैं कि क्वॉड बैठक से अलग पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन टोक्यो में एक बाइलैटरल मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में द्विपक्षीय संबंधों के अलावा रूस-यूक्रेन मसले पर भी बात होगी।