अक्सर नाखूनों पर सफेद निशान पड़ जाते हैं, जिनसे कोई परेशानी तो नहीं होती लेकिन ये देखने में अजीब लग सकते हैं और फिर हमारे मन में संदेह हो सकता है कि कहीं ये किसी गंभीर बीमारी के लक्षण तो नहीं हैं। तो क्या नाखूनों पर सफेद निशान वाकई किसी बीमारी के संकेत हैं या ये सिर्फ एक निशान हैं जिसका स्वास्थ्य से कोई लेना-देना नहीं है? आइए जानते हैं कि नाखूनों पर सफेद निशान होने का क्या मतलब होता है।
नाखूनों पर सफेद निशान क्यों पड़ जाते हैं?
नाखूनों पर पाए जाने वाले छोटे-छोटे सफेद निशानों को ल्यूकोनीचिया कहा जाता है। यह तीन प्रकार का होता है-
पंक्चुएट
लॉन्गिट्यूडिनल
ट्रांसवर्स
नाखून केराटिन की दर्जनों परतों से बने होते हैं। यदि इनमें से कोई भी परत क्षतिग्रस्त हो जाए, या दो परतों के बीच हवा बंद हो जाए या दो परतें एक-दूसरे से अलग हो जाएं, तो वह हिस्सा सफेद हो जाता है।
इसलिए नाखूनों पर सफेद निशान हो सकते हैं
पोषक तत्वों की कमी- आहार में जिंक, प्रोटीन और कैल्शियम की कमी के कारण नाखूनों पर सफेद निशान दिखाई दे सकते हैं।
फंगल इन्फेक्शन- कई बार त्वचा गीली होने के कारण भी संक्रमण हो जाता है। त्वचा पर बचा पानी फंगल संक्रमण का कारण बन सकता है, जिसके कारण नाखूनों पर सफेद धब्बे हो सकते हैं।
चोट- किसी प्रकार की चोट के कारण नाखून के तल पर सफेद निशान दिखाई दे सकते हैं। यह चोट किसी भी प्रकार से लग सकती है। जैसे- नाखून चबाने की आदत, उंगली चूसने की आदत आदि।
एलर्जी- नेल पॉलिश या रिमूवर में मौजूद कैमिकल्स से किसी भी प्रकार की एलर्जी के कारण भी नाखूनों पर सफेद निशान पड़ सकते हैं।
मेडिकल परिस्थिति- कभी-कभी अगर नाखूनों पर कुछ अन्य लक्षणों के साथ सफेद निशान भी मौजूद हों तो ये किडनी, लिवर या हृदय संबंधी या एनीमिया जैसी किसी आंतरिक बीमारी के लक्षण हो सकते हैं।