कोरोना वायरस से लड़ने के लिए विश्व के सभी देश अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। भारत ने भी इसे फैलने से रोकने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। भारत में कोरोना वायरस अभी तक सामुदायिक हस्तांतरण के स्तर तक नहीं पहुंचा है। भारत ने इसे नियंत्रण करने में प्रथम दृष्टया सफलता हासिल की हैं ।
भारत को लेकर बड़ा बयान
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर डॉ माइकल ने कहा है कि कोविड19 का भविष्य कैसा होगा यह भरत जैसे बड़ी जनसंख्या वाले देशों पर निर्भर करेगा । वो देश कैसे कदम उठाएंगे , इससे कैसे लड़ेंगे , कितनी जल्दी उस पर नियंत्रण कर पाएंगे इन सब पर निर्भर करेगा । उन्होंने कहा कि चीन की तरह भारत भी अधिक आबादी वाला देश है । ऐसे में भारत को आने वाले समय में कड़े कदम उठाने पड़ेंगे ।यदि भारत ऐसे कदम लंबे समय के लिए नहीं उठाएगा तो इस वायरस के दुष्परिणाम काफी घातक साबित होंगे।
भारत में बहुत क्षमता
डॉ माइकल ने कहा कि भारत ने पहले पोलियो और स्मॉल पॉक्स जैसी बीमारियों को हराकर विश्व का नेतृत्व किया है । इसलिए उसमें कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए क्षमता उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि जब समुदायों और लोगों को इकट्ठा करके कदम उठाया जाता है तो वह कारगर साबित होता है । अब समय है कि सरकार जनता की मदद से इस वायरस से लड़े। पता हो कि भारत ने पोलियो से लंबी लड़ाई लड़ी जिसका नतीजा है कि आज भारत पोलियो मुक्त देश है ।
भारत की वर्तमान स्थिति
भारत में अब तक कोरोना वायरस के 499 सकारात्मक केसेस सामने आए हैं । जिसमें से 9 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 23 लोग ठीक हो चुके हैं। भारत में यह बीमारी अभी दूसरे चरण में पहुंची है । तीसरे चरण में पहुंचने से रोकने के लिए सभी को मदद करनी पड़ेगी । तीसरे चरण में यह पता नहीं चल पाता है कि मरीज में यह वायरस कहां से आया है। एक बार यदि यह तीसरे चरण में पहुंच जाता है तो फिर इस पर नियंत्रण करना संभव नहीं होगा । भारत ने अभी तक इस रोकने में सफलता हासिल की है । इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत कई देश भारत के प्रयासों की तारीफ कर रहे हैं।