देश के टॉप 100 शिक्षण संस्थानों से अब ऑनलाइन शिक्षा प्रारंभ की जाएगी, जिससे दूर दराज गांवों में रहने वाले लोग भी डिग्रियां प्राप्त कर सकेंगे। यह बातें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण के दौरान कही। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दे और विश्व के लोगों को भारत में शिक्षा ग्रहण करने के लिए आकर्षित करे। अब भारत इंड - सैट एग्जाम करवाएगा जिससे एशियाई और अफ्रीकी देशों के बच्चों को स्कॉलरशिप देकर भरत में शिक्षा दी जाएगी।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2030 तक भारत में सबसे ज्यादा काम करने वाले युवा होंगे। उन युवाओं को केवल शिक्षा ही नहीं बल्कि कौशल और नौकरी की आवश्यकता होगी इसलिए जल्द से जल्द देश में नई शिक्षा नीति लाई जाएगी जिससे देश के युवाओं को रोजगार के लिए तैयार किया जा सके। निर्मला सीतारमण ने कहा कि आने वाले समय में हम विदेश शिक्षण संस्थानों को भारत में शिक्षा देने के लिए आमंत्रित करेंगे जिससे हमारे युवा विश्व टैलेंट से कंपीट कर सकेंगे।
देश के शिक्षण संस्थानों को शिक्षक और टैलेंट आकर्षित करने के लिए फंड की आवश्यकता है इसलिए ऐसे कदम उठाए जाएंगे जिससे शिक्षा क्षेत्र में एफडीआई को आकर्षित किया जा सके और शिक्षा में गुणवत्ता लाई जाए। सरकार नए इंजीनियर्स को इंटर्नशिप दिलाने के लिए शहरी लोकल बॉडीज में कुछ नए प्रोग्राम चलाने का निर्देश देगी।
वित्त मंत्री की इस घोषणा के बाद कई बुद्धिजीवियों ने इसे शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम बताया । साथ ही उम्मीद की के आने वाले समय में भारत में अन्य देशों से लोग आकर शिक्षा ग्रहण करेंगे जिससे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा और भारत विश्व गुरु बनेगा ।