कच्चे तेल की कीमतों में आई जोरदार तेजी से सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया का मासिक ईंधन बिल 50 करोड़ रुपये तक बढ़ सकता है। सऊदी अरब के दो तेल प्लांट्स पर ड्रोन हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। एयर इंडिया का मासिक ईंधन बिल 500 करोड़ रुपये के करीब है।
50 करोड़ रुपये तक बढ़ेगा मासिक ईंधन बिल
इस संदर्भ में एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को कहा कि यदि कच्चे तेल की कीमत में 60 डॉलर प्रति बैरल के मौजूदा स्तर से 10 फीसदी का इजाफा होता है तो विमानन कंपनी का मासिक ईंधन बिल 50 करोड़ रुपये तक बढ़ जाएगा। अधिकारी ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से विमान किराया भी बढ़ेगा।
ईंधन की लागत बढ़ेगी
अधिकारी ने कहा कि विदेशी विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव से भी ईंधन की लागत बढ़ेगी क्योंकि इसका भुगतान डॉलर में करना होता है।
कंपनी ने जताई थी मुनाफे की उम्मीद
तेल की ऊंची कीमतों और विदेशी विनियम हानि के कारण एयर इंडिया को पिछले वित्त वर्ष यानी 2018-19 में लगभग 4,600 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। हालांकि कर्ज में डूबी सरकारी कंपनी को 2019-20 में परिचालन मुनाफा होने की उम्मीद जताई थी। एयर इंडिया के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा था कि 2018-19 के दौरान एयर इंडिया को कुल 8,400 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। वहीं कुल राजस्व बढ़कर लगभग 26,400 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि अगर तेल की कीमतें ज्यादा नहीं ब़ती हैं और विदेशी विनिमय दर मे ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं रहता है तो 2019-20 में विमानन कंपनी को 700-800 करोड़ रुपये का परिचालन मुनाफा होने का अनुमान है।