मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस रेलवे स्टेशन के पास हुए फुटओवर ब्रिज हादसे को लेकर बीएमसी ने सख्ती दिखाई है. बीएमसी ने कार्रवाई करते हुए चार इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है. बीएमसी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, फुटओवर ब्रिज मामले में चीफ़ इंजीनियर (रोड) ए आर पाटिल, चीफ़ इंजीनियर एस. ए. कोरी, डिप्टी इंजीनियर आर बी तारे, असिस्टेंट इंजीनियर ए एफ ककूलते को निलंबन किया गया है. इसके साथ ही देसाई कम्पनी पर भी कार्रवाई की गई है.
ज्ञात हो कि, 14 मार्च गुरुवार शाम सीएसटी रेलवे स्टेशन के पास वाले फुटओवर ब्रिज के गिरने से छह लोगों की मौत हो गई थी जिसमें 3 महिलाएं शामिल हैं. वहीं, 33 लोग घायल भी हुए. अब यहां सन्नाटा पसरा हुआ है. पुल की मरम्मत होने तक इस इलाके में लोगों को जाने से रोक दिया गया है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि फुट ओवर ब्रिज हादसे की हाई लेवल इन्क्वायरी की जाएगी. इस बीच इसकी ऑडिट रिपोर्ट भी सामने आई है, जिसमें बीएमसी की लापरवाही पता चलती है. शुरुआती रिपोर्ट की मानें तो इस पुल का ऑडिट कुछ ही समय पहले हुआ था, जब अंधेरी में एक ब्रिज का हिस्सा गिरा था. ये पुल 1981 में बना था और तभी से बीएमसी के इंजीनियरों के जिम्मे था.
रिपोर्ट के मुताबिक, ऑडिट के बाद बीएमसी को कुछ सुधार करने को कहा गया था. लेकिन उसे ठीक नहीं किया गया था. अगर सुधार नहीं हुआ था तो ब्रिज को रोक सकते थे. बताया ये भी जा रहा है कि पुल के गार्डर पर जंग लगा हुआ था इसी वजह से पुल नीचे गिरा.
इस हादसे के बाद महाराष्ट्र सरकार ने उच्च स्तरीय जांच की सिफारिश की है. मामले में आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में आईपीसी धारा 304 ए (लापरवाही से मौत) के तहत मध्य रेलवे और बीएमसी के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
मुंबई में एक के बाद एक पुल गिरने की घटनाएं हुई हैं. इनमें 29 सितंबर 2017 को एल्फिंस्टन ब्रिज, 3 जुलाई को अंधेरी में ब्रिज गिरने कई लोगों की जान जा चुकी है. इसके बावजूद सरकार की ओर से कोई पुख्ता कदम नहीं उठाए गए हैं.