संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन(संप्रग) सरकार के कार्यकाल में शिक्षा पर होने वाला व्यय साल 2014 के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.8 प्रतिशत की तुलना में बढक़र राजग सरकार में 4.6 प्रतिशत हो गया है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पिछले दिनों यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शैक्षिक ढांचे का विस्तार एवं सुधार किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता है कि शिक्षा को जीडीपी का छह प्रतिशत आवंटित हो..साल 2014 में केंद्र और राज्य सरकारों का कुल खर्च जीडीपी का 3.8 फीसदी था और यह अब बढक़र 4.6 फीसदी हो गया है। यह दिखाता है कि हम छह फीसदी की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम सतत प्रयास कर रहे हैं कि शिक्षा सुविधाओं में सुधार आये..सात नए आईआईटी, सात नए आईआईएम, दो नये एनआईटी, तीन केंद्रीय विश्वविद्यालयों और करीब 125 केंद्रीय विश्वविद्यालयों को प्रारंभ किया गया।
इसके अलावा 32 शैक्षिक चैनल प्रारंभ किए गए और आईआईटी-पल(प्रोफेसर अस्सिटेड लर्निंग) के माध्यम से छात्रों को आईआईटी प्रवेश परीक्षा हेतु नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा दी गई है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि राजग सरकार ने गुणवत्ता परक शिक्षा सुनिश्चित करते हुये ग्रेडिड स्वायत्तता प्रस्तुत करने का ऐतिहासिक निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि देश के 900 में से करीब 200 विश्वविद्यालयों ने दीक्षांत समारोह के लिए भारतीय परिधान को अंगीकार कर लिया है।