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रियो में सिंधु ने इतिहास रचकर स्वर्ण की जगाई आस- कम से कम रजत पदक किया पक्का
Thursday, August 18, 2016 11:10:46 PM - By एजेंसी

रियो में भारत का एक और मेडल पक्का, बैडमिंटन सिंगल्स के फाइनल में पहुंची सिंधू, अब गोल्ड पर नजर
भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु ने ब्राजील की मेजबानी में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों में महिला एकल वर्ग के फाइनल में प्रवेश कर लिया और भारत को बैडमिंटन में पहला ओलंपिक स्वर्ण हासिल करने की उम्मीद जगा दी। सिंधु ने रियो ओलंपिक्स 2016 में महिला सिंगल्स के फाइनल में प्रवेश करते हुए इतिहास रच दिया। सिंधु ओलंपिक्स में बैडमिंटन स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली शटलर बन गई हैं।

उन्होंने सेमीफाइनल में गुरुवार को जापान की नोजोमी ओकुहरा को सीधे सेटों में 21-19, 21-10 से हराकर इस इतिहास की कहानी लिखी। सिंधु के फाइनल में पहुंचने के साथ ही भारत का बैडमिंटन में एक पदक पक्का हो गया है। इससे पहले साइना नेहवाल ने 2012 लंदन ओलंपिक्स में कांस्य पदक जीता था।

सिंधु का फाइनल में मुकाबला स्पेन की कैरोलिना मरीन से होगा। सिंधु की वजह से भारत के लिए अब रजत पदक तो पक्का हो ही गया है, लेकिन भारतीय महिला शटलर जिस लय में हैं, उसे देखते हुए लगता है कि भारत स्वर्ण पदक जीतेगा। अगर फ़ाइनल में सिंधु की जीत होती है जिसकी उम्मीद सारे भारतवासी कर रहे हैं, तो हमें स्वर्ण पदक मिलेगा। लेकिन अगर पी वी सिंधु की हार होती है तो फिर उन्हें रजत पदक तो हासिल होगा ही।

विश्व रैंकिंग में 10वें स्थान पर काबिज पीवी सिंधु ने आज दमदार खेल का परिचय दिया और छठे स्थान वाली ओकुहरा को पूरी तरह पस्त कर दिया। सिंधु के लिए मैच का सबसे शानदार समय दूसरे गेम में इंटरवल के बाद का समय रहा। भारतीय शटलर ने लगातार 11 अंक लेकर मैच जीता और फाइनल में प्रवेश किया।

सिंधु ने मैच की शुरुआत से ही दमदार प्रदर्शन किया। ऐसा लगा ही नहीं कि छठे रैंक वाली ओकुहरा के प्रदर्शन का उन पर कोई दबाव है। सिंधु अपनी लय में थी और उन्होंने पहले गेम के इंटरवल तक 11-6 की बढ़त बनाकर इस बात को साबित भी किया। इंटरवल के बाद ओकुहरा ने जोरदार वापसी की, लेकिन सिंधु ने उनकी एक नहीं चलने दी और कठिन परिस्थितियों में धैर्य रखकर गेम 21-19 से अपने नाम किया।

दूसरे गेम के इंटरवल तक दोनों शटलरों के बीच जोरदार घमासान हुआ। सिंधु एक समय स्कोर में 5-7 से पिछड़ रही थी, लेकिन फिर उन्होंने दमदार वापसी की और इंटरवल तक 11-10 की बढ़त बनाई। ओकुहरा के लिए हासिल करने वाला 10 अंक मैच का अंतिम अंक था। इंटरवल के बाद सिर्फ सिंधु...सिंधु...और इंडिया...इंडिया के नारे की गूंज सुनाई दे रही थी, क्योंकि भारतीय शटलर ने लगातार 11 अंक लेकर मैच अपने किया और इतिहास के पन्नों पर अपना नाम दर्ज किया।

अब सभी प्रशासकों को सिंधु से सिर्फ स्वर्ण पदक जीतने की आस है। सिंधु फाइनल में शुक्रवार को विश्व की नंबर एक महिला शटलर कैरोलिना मरीन से भिड़ेंगी।