अगर आपने अपनी एलपीजी सब्सिडी छोड़ दी है और आप उसे फिर से वापस पाना चाहते हैं तो चिंता की कोई बात नहीं है। आप उसे आसानी से वापस ले सकते हैं। इसके लिए आप छोड़ने के एक साल के अंदर मुक्त में क्लेम कर सकते हैं। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए कैंपेन 'गिव इट अप' को एक साल पूरा हो गया है। उपभोक्ता अगर अपने सब्सिडी छोड़ने के फैसले को बदलना चाहते हैं तो इसके लिए वो स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा कि सब्सिडी सरेंडर एक साल के लिए ही वैध होगा, दूसरे साल में वह खुद से ऑटो रिन्यूअल नहीं होगा। इसके लिए उपभोक्ता को दोबारा सूचित करना होगा।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार पेट्रोलियम मंत्री से जब पूछा गया कि भविष्य में एलपीजी की कीमत बढ़ने से सब्सिडी छोड़ चुके उपभोक्ता क्या करेंगे? तो उन्होंने कहा कि सब्सिडी को वापस पाने के लिए उपभोक्ता स्वतंत्र हैं। उन्होंने 1.13 करोड़ परिवारों को सब्सिडी छोड़ने के लिए धन्यवाद भी दिया। गौर हो कि मोदी ने यह कैंपने 27 मार्च 2015 को लॉन्च किया था।
हाल ही में इस बात का बहुत विवाद हुवा था ,की सिलिंडर बुक कराते समय गलती से गिव उप का बटन दब जाता था और बाद में सब्सिडी से वंचित हो जाते थे पर ये समाचार सुनने के कई लोगो ने राहत की साँस ली है ।