लेखन सुधार के लिए निम्न सुझाव को अपनाया जा सकता है.....
१) किसी भी विषय पर लिखने से पूर्व यह बेहतर होगा यदि उस विषय से जुड़ी आपके पास सहायक एवं पर्याप्त जानकारी हो। परिणाम स्वरूप आपका लेख रोचक एवं सूचना दायक बन जयेगा।
२) यह सुनिश्चित करें कि आप जिस भी भाषा में लिख रहे है उस भाषा का अपना सार पूर्णतः रहे। उदाहरण, यदि आप हिन्दी मे लिख रहे है तो अधिक प्रभाव हिंदी शब्दों पर रखें,अंग्रेजी व अन्य भाषाओं के प्रयोग से बचें।
३) किसी भी लेख को लिखने से पूर्व उसे अभ्यास स्वरूप लिखे तत्पश्चात स्वयं उसे जांचे और पुनः लिखे।
४) अधिक से अधिक लेख पढ़े फिर चाहे वे अखबार हो,उपन्यास हो या साहित्य हो। आप अपने पसंदीदा लेखक द्वारा रचित रचनाये,काव्य,सहित्य या ‘ब्लॉग’ पढ़े।
५) एक लेखक के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण है उनकी भाषा एवं व्याकरण। व्याकरण का अभ्यास प्रतिदिन करे।
६) शब्दकोश को अपना मित्र बना लें। और इस मित्र से सहयोग लेने में न झिझके। नए शब्दों का प्रयोग करे। बार बार एक बात/शब्द को न दोहराये।
७) मुहावरे,लोकोक्ति या महान पुरूषों द्वारा कही गयी बातों को अपने लेख में उद्धरत करे।
८) दुसरो से सीखें। यदि किसी दूसरे के लेख से कोई बात या उनकी भाषा शैली अच्छी लगी हो तो उसे अपने लेखन में अपनाये।
९) विभन्न विषयों पर लिखें।
१०) अंतत: जिन पंक्तियों पर आप प्रभाव डालना चाहते है उन्हें रेखांकित करें।